"यह भी बीत जायेगा!!" - जी हाँ, यही पंक्तियाँ है जिनके सहारे मैं कुछ उल-जुलूल लिख देता हूँ, यही सोचकर कि ये भी बीत जायेगा.
मैंने इतिहास पढ़ा है और मन में कहीं ये विश्वास है कि बादशाह हुमायूँ और मुझमें काफी समानताएं हैं.
लिखना पसंद है सो लिख रहा हूँ.झेलते रहिये..
शुक्रवार, 20 अगस्त 2010
पुनर्जागरण!!!
2004 से जो कचरा मैं blogs में डाल रहा था, कोशिश रहेगी कि यहाँ उससे आपको निज़ात दिला सकूं...
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